
बेलखेड़ा क्षेत्र में व्यापारी के साथ मारपीट, फायरिंग कर लूट करने वाले चार आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपितों ने जेल में दोस्त बने अपने तीन साथियों को भी लूट में शामिल किया था। एसपी अमित सिंह ने बताया कि झलोन निवासी आशीष जैन 38 की सिद्घार्थ ट्रेडर्स नाम से सीमेंट दुकान है। 20 जुलाई को दुकान बंद कर अपने कर्मचारी मौनी यादव के साथ मोपेड से घर जा रहा था। जैसे ही वह मातनपुर पहुंचा, तभी तीन युवक आए और उनमें से दो युवकों ने बेसबॉल के डण्डे से मोपेड में हमला किया।
हमला होते ही आशीष और कर्मचारी मौनी मोपेड से अनियंत्रित होकर गिर गए। तीनों आरोपितों ने आशीष और मौनी के साथ मारपीट की। विरोध करने पर आरोपितों ने फायर कर दिया। दहशत में आशीष और मौनी खेत की ओर भागे। जिसके बाद आरोपितों ने आशीष का बैग जिसमें 95 हजार नकद लेकर भाग गए। हमले में आशीष और मौनी को चोटें आई थी। आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए एएसपी ग्रामीण डॉ राय सिंह नरवरिया के निर्देशन में एसडीओपी पाटन एसएन पाठक और बेलखेड़ा टीआई आसिफ इकबाल और स्टाफ की टीम गठित की गई।
टीम ने संदेह पर शुभम सेन, धर्मेन्द्र, रंजीत और अजीत को गिरफ्तार किया। मोबाइल जांच करने पर पता चला कि घटना के दिन सभी आरोपितों की आपस में लगातार बातचीत कर रहे थे। वहीं उनमें से आरोपित दुर्गेश फरार है। आरोपितों ने पूछताछ में लूट कर रुपए आपस में बांटने की जानकारी दी।
जेल में हुई दोस्ती, व्यापारी की रैकी करके बनाई योजना :- शुभम ने पूछताछ में बताया कि आशीष जैन रोज दुकान बंद कर रकम लेकर घर जाता था। जिसे लूटने के लिए उसने अपने साथी दुर्गेश के साथ योजना बनाई थी। लेकिन दोनों को आशीष पहचान लेता, इसके लिए दोनों ने अपने जेल में मिलने वाले दोस्त रंजीत, अजीत और धर्मेन्द्र को जानकारी देकर लूट करने को कहा। घटना के दिन शुभम सेन ने आशीष जैन की रैकी की और पूरी जानकारी दुर्गेश को देता रहा। वहीं आशीष का मातनपुर में रंजीत, अजीत और धर्मेन्द्र इंतजार कर रहे थे। जिसके बाद तीनों ने मारपीट कर हवाई फायर किए और रुपए लूटकर भाग निकले। वहीं आरोपित जो बाइक लेकर गए थे वह भी चोरी की थी।
बाइक, कट्टा, मोबाइल और नकदी जब्त :- मामले में रंजीत, धर्मेन्द्र, अजीत और शुभम को गिरफ्तार कर लिया गया है। दुर्गेश फरार है। आरोपितों के पास से चोरी की बाइक, देसी कट्टे, मोबाइल, नकदी 60 हजार रुपए जब्त किए गए।
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