
सोशल मीडिया पर पार्टी के खिलाफ लगातार पोस्ट कर रहे मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आरटीआई विभाग के अध्यक्ष अजय दुबे को पार्टी से निकाल दिया गया है। वहीं, दुबे का कहना है कि उनकी नियुक्ति अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने की थी और वे 21 फरवरी 2019 को विधि और आरटीआई विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष विवेक तन्खा को अपना इस्तीफा भेज चुके हैं।
मालूम हो, विधानसभा चुनाव के पहले दुबे को आरटीआई विभाग का अध्यक्ष बनाया था। इससे पहले 2009 लोकसभा चुनाव के दौरान दुबे कांग्रेस के आरटीआई विभाग में शामिल हुए थे और फिर निष्क्रिय हो गए थे। सालों तक वे भाजपा सरकार के खिलाफ आरटीआई एक्टिविस्ट के रूप में काम करते रहे। उधर, मप्र कांग्रेस कमेटी के संगठन प्रभारी उपाध्यक्ष चंद्रप्रभाष शेखर ने कहा है कि दुबे पार्टी के खिलाफ सोशल मीडिया पर पार्टी विरोधी पोस्ट डाल रहे थे। पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने पर अनुशासनहीनता के चलते उन्हें पद से मुक्त कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि आठ अप्रैल 2019 को दुबे ने सामान्य प्रशासन मंत्री डॉ. गोविंद सिंह को मप्र कैडर के आईएएस अधिकारियों अशोक वर्णवाल, पल्लवी जैन गोविल और मनोज जैन गोविल के विरुद्ध भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच का ज्ञापन सौंपा था। यह ज्ञापन उन्होंने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सूचना का अधिकार विभाग के प्रदेश अध्यक्ष के लैटरहेड पर दिया था। मंत्री ने इस बारे में बताया कि उन्हें यह शिकायत मिली है और वे इसका परीक्षण करा रहे हैं।
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