
बुंदेलखंड के तीन लोकसभा क्षेत्र सागर, दमोह और खजुराहो से भाजपा की ओर से टिकट की दावेदारी करने वाले विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के पुत्र अभिषेक भार्गव ने दावेदारी वापस ले ली है। उन्होंने कहा मैं लोकसभा की दावेदारी से स्वयं को पृथक करते हुए अपनी दावेदारी वापस लेता हूं। मेरे स्थान पर पार्टी अन्य समर्पित और कर्मठ कार्यकर्ता के नाम पर विचार करे, यह मेरा वरिष्ठ नेताओं से निवेदन है।
उन्होंने नईदुनिया से चर्चा करते हुए कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के विरूद्ध दिए गए बयान के बाद मैं स्वयं को अपराधबोध महसूस कर रहा हूं। उन्होंने कहा इतने बड़े संकल्प को लेकर पार्टी राष्ट्रहित में युद्ध लड़ रही है और मैं सिर्फ अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए उस संकल्प सिद्धि के रास्ते में रुकावट बनूं। यह भाजपा कार्यकर्ता होने के नाते मेरा स्वाभिमान इजाजत नहीं देता।
उन्होंने कहा मेरा नाम केंद्रीय चुनाव समिति को विचार के लिए भेजा। प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं ने मुझे इस लायक समझा मैं उनके प्रति आभारी हूं। मैं परिवारवाद का कलंक लेकर राजनीति नहीं करना चाहता। अत: वंशवाद और परिवारवाद के खिलाफ राष्ट्रहित और पार्टीहित में लोकसभा की दावेदारी से स्वयं को अलग करते हुए दावेदारी वापस ले रहा हूं। यह मेरा व्यक्तिगत निर्णय है। इस संबंध में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव से संपर्क किया गया, लेकिन उनसे चर्चा नहीं हो सकी। वे शनिवार दोपहर दिल्ली से लौटे हैं।
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