
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने बुधवार को संघ के कार्यकर्ताओं की बैठक ली। उन्होंने संघ को एकजुट करने और राष्ट्र विरोधी ताकतों से सतर्क रहने को कहा। उन्होंने मालवा प्रांत में संघ की शाखाओं पर विस्तार पर जोर देते हुए कहा कि प्रत्येक गटनायक 25-25 लोगों को संघ से जोड़े और मोहल्ले और कॉलोनियों में परिवारों से जीवंत संपर्क रखे। भागवत ने कहा कि नेतागिरी और राजनीति गटनायक का काम नहीं है। वह हमेशा नम्र व्यवहार रखें और अपनों की चिंता करने वाले हों। इसके लिए वे घर-घर जाकर परिवारों से संपर्क रखें। हमारी गटपद्धति स्वयंसिद्धा है। किसी भी प्राकृतिक घटना के होने पर स्वयंसेवकों का पहुंचना, सेवा कार्य में लगना ही इसकी विशेषता है।
संघ प्रमुख भागवत ने न तो मीडिया से बात की और न ही राजनीति के मुद्दे पर बयानबाजी। मंच पर भी उन्होंने राममंदिर से जुड़े मुद्दे पर कुछ नहीं कहा, लेकिन मंच के नीचे लगे बैनर पर 'हिन्दू जगे, देश जगे, स्वाभिमान संकल्प जगे, व्यक्ति-व्यक्ति में राम जगे, नीति निपुण घनश्याम जगे" लिखा हुआ था। उनके आगमन के मद्देनजर क्षेत्र में तगड़ी सुरक्षा की गई थी। दोपहर में वे शहर के कुछ गणनामान्य नागरिकों से मिले। शाम को देवास में एक जैन संत से मिलने पहुंचे। गुरुवार को वे अर्चना कार्यालय में होने वाली संघ की आंतरिक बैठकों में शामिल होंगे और संघ की शाखाओं से जुड़े मुद्दे पर चर्चा करेंगे।
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