
राजधानी के जेके अस्पताल के नाक,कान एवं गला (ईएनटी) विभाग के डॉक्टरों ने जटिल ऑपरेशन किया है। 5 साल की बच्ची के दिमाग का पानी नाक से बह रहा था। परिजन इसे साधारण बात समझ रहे थे। उधर, बच्ची की तकलीफ बढ़ती जा रही थी। डॉक्टरों ने दूरबीन विधि से मरीज की सर्जरी की। ईएनटी विभाग के अध्यक्ष डॉ. वैसाखिया की निगरानी में डॉ. मृत्युंजय व डॉ. अनिमेष अग्रवाल ने यह सर्जरी की। डॉ. नीतीश ने बताया कि 5 वर्ष की माही की नाक में जन्म से ही एक मस्सा था, जिसे माता-पिता साधारण मस्सा और सर्दी समझते रहे।
जांच करने पर पता चला की बच्ची के स्कल (खोपड़ी) के आगे के भाग में छेद होने के कारण उसके दिमाग का कुछ भाग झिल्लियों सहित नाक में आ रहा है। इसे चिकित्सीय भाषा में मेनिगोएकसिफेलोसीन कहते हैं। इसमें दिमाग का पानी भी नाक से रिसता रहता है। इस बीमारी का ऑपरेशन एक तो ओपन पद्धति और दूसरा दूरबीन द्वारा किया जाता है। अस्पताल में यह ऑपरेशन दूरबीन से किया गया। इसमें स्कल का छेद बंद किया गया। एनेस्थीसिया विभाग की अध्यक्ष नुपूर चक्रवर्ती एवं डॉ. मनीष शिवानी ने सहयोग किया।
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