
उत्तरप्रदेश पर बने ऊपरी हवा के चक्रवात के कारण हवा का रुख बदल गया है। साथ ही मप्र में रीवा,ग्वालियर,चंबल संभाग में कुछ स्थानों पर बरसात होने से वातावरण में ठंडक बढ़ने लगी है। इससे दिन और रात के तापमान में फिर गिरावट का दौर शुरु हो गया है। मौसम विज्ञानियों ने एक-दो दिन बाद प्रदेश के कई स्थानों पर गरज-चमक के साथ बरसात होने की संभावना जताई है।
मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर भारत के पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में बरसात हुई है। साथ ही पिछले दिनों राजस्थान से मप्र होकर मराठवाड़ा तक बने ट्रफ(द्रोणिका लाइन) के कारण ग्वालियर,रीवा,चंबल संभाग में बरसात हुई है। मौसम विज्ञानी जीडी मिश्रा ने बताया कि एक ऊपरी हवा का चक्रवात दक्षिण-पूर्वी उप्र पर बना हुआ है। इसके प्रभाव से वातावरण में नमी आने का सिलसिला शुरु हो गया है। इससे आसमान पर बादल आने लगे हैं। इससे कहीं-कहीं बरसात हो रही है। साथ ही बौछारें पड़ने की संभावना बी हुई है।
हवा का रुख भी उत्तर-पूर्वी हो गया है। इससे दिन और रात के तापमान में गिरावट का दौर शुरु हो गया है। बुधवार को प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान 7 डिग्रीसे. मंडला में दर्ज किया गया।
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