
छिंदवाड़ा कोतवाली पुलिस ने बाघ की खाल बेचने का प्रयास करते 6 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से बाघ की खाल, नाखून सहित अन्य अवशेष बरामद किए हैं। बाघ के इन अवशेषों का मूल्य करीब 10 लाख रुपए है। इन आरोपितों ने तीन साल पूर्व सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में यह शिकार करना बताया है।
प्रेस वार्ता में एसपी मनोज राय ने बताया कि 24 जनवरी को मुखबिर से सूचना मिली थी कि इमलीखेड़ा लिंक रोड स्थित बड़ी पुलिया के पास एक व्यक्ति बाघ की खाल बेचने के लिए ग्राहक तलाश रहा है। इस पर पुलिस ने आरोपित स्नेह पिता नारायण सरेयाम (29) निवासी बालाजीनगर छिंदवाड़ा को गिरफ्तार किया। उसकी निशानदेही पर लखन पिता छोटेलाल भारती (50) निवासी खटुआढाना देलाखारी, ब्रजकिशन पिता मोगनलाल भारती (40) निवासी श्रीझौंत तामिया, सत्यनारायण उर्फ दशरथ उर्फ सत्तू यादव पिता गोपीलाल यादव (60) निवासी चोपना नवलढाव थाना माहुलझिर तामिया, छोटेलाल पिता जुझारीलाल उइके (45) निवासी पिपरिया जिला होशंगाबाद, बद्रीप्रसाद पिता शिवपाल भारती (35) निवासी पचमढ़ी जिला होशंगाबाद को गिरफ्तार किया। इन आरोपितों से बाघ की एक पूरी खाल, पंजे, दांत, नाखून, मूूंछ के बाल, शिकार में उपयोग होने वाले कुल्हाड़ी, खुरपी आदि बरामद किए।
तीन साल पहले जहर देकर किया था शिकार :- पूछताछ में स्नेह सरेयाम ने बताया कि करीब तीन साल पहले सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में कांजीघाट के पास उसने अपने साथियों के साथ मिलकर जहर देकर इस बाघ का शिकार किया था। फिर उसकी खाल, नाखून, मूंछ के बाल आदि को निकालकर सुरक्षित रख लिया था, ताकि मामला ठंडा होने के बाद बेचा जा सके।
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