
दो दिन पहले इंदौर में पांच साल की बालिका से दुष्कर्म करने के बाद उसकी हत्या करके भागे आरोपित युवक हनी अठवाल को रतलाम जिले के जावरा शहर में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। बस स्टैंड पर पुलिस ने जब उसे पकड़ने का प्रयास किया तो वह भागने लगा, लेकिन पुलिस ने घेराबंदी कर उसे धरदबोचा और थाने ले गई। इसके बाद उसका फोटो इंदौर भेजा गया। पुष्टि होने के बाद इंदौर का पुलिस दल जावरा पहुंचा और हनी को अपने साथ इंदौर ले गया।
उसकी गिरफ्तारी पर 30 हजार रुपए का इनाम घोषित था। गौरतलब है कि 25 अक्टूबर को बालिका इंदौर के द्वारकापुरी थाना क्षेत्र स्थित एक कोचिंग सेंटर पर पढ़ने गई थी। वहां से उसका अपहरण कर लिया गया था। पुलिस ने जांच की और सीसीटीवी कैमरे चेक किए तो पता चला कि बालिका का मुंह बोला मामा आरोपित हनी उर्फ कक्कू अठवाल (22) कोचिंग सेंटर के बाहर से अपहरण करके ले गया था।
वह बालिका को लेने के लिए कोचिंग सेंटर पर भी गया था, लेकिन पढ़ाई का समय होने से शिक्षक ने उसे भगा दिया था। पुलिस बालिका व हनी की तलाश कर रही थी। इसी बीच बालिका का शव 27 अक्टूबर को एमजी रोड थाने के सामने स्थित नाले के किनारे बोगदे में मिला था। पुलिस ने उसकी कई जगह तलाश की लेकि न वह नहीं मिला। सूत्रों के अनुसार एसपी गौरव तिवारी व आशुतोष बागरी के निर्देशन में पुलिस दो दिन से रतलाम जिले में भी उसकी खोजबीन कर रही थी। जावरा में चेहल्लूम होने और भारी भीड़ के चलते पुलिस को शंका थी कि शातिर बदमाश छिपने के लिए जावरा आ सकता है। कुछ जवानों को अलग से भी हनी की तलाश में लगाया गया था।यह भी पढ़ें
पुलिस जवानों के पास उसके फोटो थे। जावरा शहर थाना प्रभारी श्यामचंद शर्मा और आरक्षक विष्णु चंद्रावत व नरेंद्र हाड़ा रविवार सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे जावरा बस स्टैंड पर थे। तभी उन्हें हनी दिखाई दिया। पहली नजर में तो वह पहचान में नहीं आया, लेकि न उसके हनी होने की शंका होने पर पुलिसकर्मियों ने मोबाइल फोन में उसके फोटो को ध्यान से देखा, तो वह हनी ही निकला। इस पर थाना प्रभारी शर्मा, आरक्षक चंद्रावत व हाड़ा ने उसे पकड़ने का प्रयास कि या तो विरोध कर वह भागने लगा लेकि न पुलिस ने उसे भागने नहीं दिया और धरदबोचा। उसे कड़ी सुरक्षा में रखा गया।
गलत नाम बताकर गुमराह करने लगा :- पुलिस ने जब उसे पकड़ा तो वह गलत नाम बताकर पुलिस को गुमराह करता रहा। उसने अपना नाम हेमंत और रतलाम के स्टेशन रोड का निवासी होने की बात कही। पुलिस उसे थाने ले गई और सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि अपहरण व हत्या करना स्वीकार लिया। खबर फैलने पर लोगों की भीड़ भी थाने के बाहर आने लगी।
गोपनीय स्थान पर इंदौर पुलिस को सौंपा :- जावरा में चेहल्लुम की भीड़, त्योहार का समय और आरोपित के प्रति लोगों में गुस्सा न फैल जाए, इसे ध्यान में रखकर उसे कड़ी सुरक्षा में रखा गया और मीडिया के सामने भी नहीं लाया गया। सूत्रों के अनुसार दोपहर करीब दो बजे इंदौर का दल जावरा पहुंचा। दल को शहर थाने पर नहीं ले जाते हुए कानून व्यवस्था की दृष्टि से आरोपित हनी को एक गोपनीय स्थान पर ले जाकर इंदौर के दल को सौंपा गया।
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