
देश में डिजिटल इंडिया, स्किल इंडिया पर बात हो रही है, लेकिन हरित अर्थव्यवस्था पर युवाओं का कम ध्यान जा रहा है। आपको बता दूं कि केरल राज्य में लगे नारियल के पेड़ पर शोध हुआ। इसमें ऐसे परिणाम सामने आए, जिन्होंने लोगों को चौंका दिया। एक नारियल का पेड़ एक वर्ष में 50 हजार रुपये देता है। यदि आज के समय में इस पर खेती की जाए तो हरित अर्थव्यवस्था (ग्रीन इकॉनामी) बहुत तेजी से बढ़ेगी। शुक्रवार को राष्ट्रीय गुफा शोध एवं संरक्षण संगठन और छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय संगोष्ठी पर केरल के प्रोफेसर जयाचन्द्रन ने कही।
हरियाली से बढ़ाएं पर्यटन :- केन्द्रीय विश्वविद्यालय, सतना से आए प्रोफेसर डॉ. एम. चौरसिया ने बताया कि हमारा ध्यान फलदार पौधों की ओर ज्यादा रहता है, लेकिन यदि किसी शहर की आवक को बढ़ाना है तो ये पौधे कारगर साबित हो सकते हैं। यदि कोई संस्था या उक्त शहर के लोग मिलकर पूरे शहर को हरा भरा कर दें। तो वहां का राजस्व पयर्टन से बढ़ाया जा सकता है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण भूटान जैसे देश हैं। जहां हरियाली और जंगलों की खूबसूरती के कारण पर्यटन बढ़ रहा है।
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