
ट्रेन के सामने आकर आत्महत्या करने वाले किशोर प्रेमी जोड़े के बीच चल रहे प्रेम प्रसंग की उनके माता-पिता जरा भी भनक नहीं थी। दोनों को को डर था कि वह एक दूसरे बिछुड़ जाएंगे। इसी के चलते दोनों ने दतिया से आकर बीना में मालखेड़ी-आगासौद फ्लाई ओवर पर ट्रेन के सामने आकर आत्महत्या कर ली। ट्रेन के सामने आकर आत्महत्या करने वाली 17 साल की किशोरी अंजु अहिरवार के पिता बलवीर ने बताया कि इस साल अंजु ने 12 कक्षा की परीक्षा दी थी। 73 प्रतिशत अंक के साथ उनकी बेटी ने परीक्षा पास की थी। अच्छे नंबर आने पर वह काफी खुश थी।
लड़की के व्यवहार से कभी ऐसा नहीं लगा कि उसका किसी लड़के के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा है। यहां तक कि मां को भी इस बात का एहसास नहीं होने दिया। दूसरी ओर लड़की के साथ आत्महत्या करने वाले दतिया निवासी सचिन दोहरे के पिता विश्वनाथ का कहना है कि उनके लड़के ने इस साल 10 की परीक्षा दी थी। बोर्ड परीक्षा में सचिन ने 78 प्रतिशत अंक अर्जित किए हैं। मृतक लड़का, लड़की के पिता मजदूर वर्ग से हैं। दोनों एक ही जाति के हैं। उन्होंने कहा कि अगर बच्चे कभी जिक्र करते कि उन्हें शादी करनी है तो वह मना नहीं करते।
बिछुड़ने का डर रहा होगा :- सिविल अस्पताल में लड़का, लड़की का शव लेने आए दोनों के पिता एक साथ रहे। उन्होंने बताया कि दोनों की शादी करने में कोई एतराज नहीं होता। इसके बाद भी वह डर के कारण अपने प्रेम के बारे में किसी को नहीं बता पाए। आशंका है कि उन्हें डर होगा कि अगर घर वाले शादी के लिए तैयार नहीं होंगे तो वह बिछुड़ जाएंगे। शायद इसी डर के कारण उन्होंने यह कदम उठाया।
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