
दक्षिण- पश्चिमी मानसून के छत्तीसगढ़ पहुंचने से करीब एक सप्ताह पहले ही प्री- मानसूनी बौछारों ने राज्य के कई हिस्सों को तरबतर कर दिया है। बस्तर से लेकर सरगुजा संभाग तक अनेक स्थानों पर बुधवार की रात से गुरुवार के बीच तेज बारिश हुई है। कांकेर के माकड़ी में सबसे ज्यादा नौ सेमी बारिश रिकार्ड की गई। वहीं, पूरे राज्य में तेज हवा और गरज-चमक का दौर जारी है। इससे जनजीवन भी प्रभावित हुआ है। कई स्थानों पर पेड़ गिरने की भी घटनाएं हुईं, हालांकि इस दौरान किसी तरह की जनहानि नहीं हुई। मौसम विभाग के अनुसार अभी एक- दो दिनों तक हालात ऐसे ही बने रहेंगे।
मौसम के मिजाज में आए इस बदलाव से पूरे राज्य में तापमान तेजी से गिरा है। गुरुवार को जगदलपुर का अधिकतम तापमान 28.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जो सामान्य से नौ डिग्री कम है। इसी तरह रायपुर में 35.3, बिलासपुर- 39.5, पेंड्रारोड-37.8, अंबिकापुर- 37.7 व राजनांदगांव में 36.8 रिकार्ड किया गया। 40 डिग्री सेल्सियस के साथ दुर्ग प्रदेश में सबसे गर्म रहा। मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि अगले 24 घंटों में उत्तरी छत्तीसगढ़ में एक-दो स्थानों पर तेज आंधी चलने की संभावना है
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