
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अरुणाचल प्रदेश के दौरे से चीन तिलमिला गया है। चीन ने कहा है कि भारत-चीन के मौजूदा रिश्ते नाजुक दौर से गुजर रहे हैं ऐसे में भारत को विवाद न बढ़ाते हुए दोनों देशों के रिश्तों का ध्यान रखना चाहिए।
चीन विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा 'चीन भारतीय राष्ट्रपति रामनाथ के अरुणाचल दौरे की निंदा करता है।'
बता दें कि चीन अरुणाचल को दक्षिण तिब्बत क्षेत्र का हिस्सा मानता है और वह पहले भी इस विवादित हिस्से पर भारतीय नेताओं की यात्रा का विरोध कर चुका है। राष्ट्रपति कोविंद रविवार को अरुणाचल प्रदेश की विधानसभा में नवनिर्मित भवन का उद्घाटन करने गए थे।
अरुणाचल में भारतीय रक्षामंत्री का दौरा शांति के लिए खतरा
इससे पहले चीन ने रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण के पहले अरुणाचल दौरे पर ऐतराज जताया था। यही नहीं उसने इलाके को ‘विवादित क्षेत्र’ करार देते हुए भारतीय रक्षा मंत्री के दौरे को क्षेत्रीय शांति के लिहाज से उचित नहीं बताया है।
बता दें कि रक्षामंत्री सीतारमण ने रविवार को चीनी सीमा से लगे अरुणाचल प्रदेश के सुदूर अंजॉ जिले में सेना की अग्रिम चौकियों का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने चीनी सीमा पर भारत की रक्षा तैयारियों का भी जायजा लिया था।
चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हू-चुनिंग ने कहा कि भारतीय रक्षा मंत्री के अरुणाचल प्रदेश दौरे पर ‘आपको’ चीन की स्थिति के बारे में बिल्कुल स्पष्ट रहना होगा। चीन-भारत सीमा के पूर्वी खंड पर विवाद है। इसलिए ‘विवादित क्षेत्र’ में भारतीय रक्षा मंत्री का यह दौरा संबंधित क्षेत्र की शांति के अनुकूल नहीं है।
बता दें कि चीन अरुणाचल को दक्षिण तिब्बत क्षेत्र का हिस्सा मानता है और वह पहले भी इस विवादित हिस्से पर भारतीय नेताओं की यात्रा का विरोध कर चुका है। राष्ट्रपति कोविंद रविवार को अरुणाचल प्रदेश की विधानसभा में नवनिर्मित भवन का उद्घाटन करने गए थे।
अरुणाचल में भारतीय रक्षामंत्री का दौरा शांति के लिए खतरा
इससे पहले चीन ने रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण के पहले अरुणाचल दौरे पर ऐतराज जताया था। यही नहीं उसने इलाके को ‘विवादित क्षेत्र’ करार देते हुए भारतीय रक्षा मंत्री के दौरे को क्षेत्रीय शांति के लिहाज से उचित नहीं बताया है।
बता दें कि रक्षामंत्री सीतारमण ने रविवार को चीनी सीमा से लगे अरुणाचल प्रदेश के सुदूर अंजॉ जिले में सेना की अग्रिम चौकियों का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने चीनी सीमा पर भारत की रक्षा तैयारियों का भी जायजा लिया था।
चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हू-चुनिंग ने कहा कि भारतीय रक्षा मंत्री के अरुणाचल प्रदेश दौरे पर ‘आपको’ चीन की स्थिति के बारे में बिल्कुल स्पष्ट रहना होगा। चीन-भारत सीमा के पूर्वी खंड पर विवाद है। इसलिए ‘विवादित क्षेत्र’ में भारतीय रक्षा मंत्री का यह दौरा संबंधित क्षेत्र की शांति के अनुकूल नहीं है।
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